सोमवार, 6 सितंबर 2010

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इस दौरे तरक्की के अंदाज निराले हैं

जहनों में अन्धेरे हैं, सड़कों पे उजाले हैं
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If I start with some light-matter;
I think it would be slightly better.
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मेजर - ''इतना ज्यादा क्यों पीते हो ? तुम्हें खबर है कि अगर तुम्हारा रिकार्ड अच्छा रहा होता तो अब तक तुम सूबेदार हो गये होते।''

जवान - ''माफ कीजिये सर, मगर बात यह है कि जब दो घूंट मेरे अन्दर पहुंच जाते हैं तो मैं अपने आपको कर्नल समझने लगता हूं।''
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नया सिपाही (इंस्पैक्टर से), "सर ये बिलकुल गलत है कि मैं उस चोर से डर गया था।"

इंस्पैक्टर, "तो तुम उस गाडी के पिछे क्यों छिपे थे?"

नया सिपाही, "जी वह तो मैं कुत्ता देख कर छिपा था ।"
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एक आदमी को एक बढ़िया किस्म की शराब की बोतल उपहार स्वरूप मिली। वह उसे लेकर लपकता हुआ घर की ओर जा रहा था। बोतल मिलने की खुशी में वह इतना मगन था कि सड़क पर आती हुई मोटरकार से बचकर निकल न सका। लिथड़ गया। उठकर लंगड़ाता हुआ सड़क पार कर रहा था कि कुछ पतली गर्म चीज टांग पर से बहती हुई मालूम हुई।

वह दुआ करने लगा -- ''हे प्रभु, यह खून हो।''
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यकीन मानिए आपको प्यार हो गया है यदि….

अचानक आपका संगीत का टेस्ट बदल गया हो, विरह गीत से आप सीधे सीधे डुएट पर उतर आए हो।

आपको माँ के हाथ की बनी रोटियों मे भी उसका चेहरा नज़र आता हो।

रात करवटें बदल बदल कर कटती हो।

सारा दिन उसके ख्यालों मे बीतता हो।

जब घर वाले कहने लगे, आप ऊंचा सुनने लगे हो।

जब आप उसके घर पर बार बार फोन करके काटने मे पारंगत हो चुके हो।

मोबाइल का बिल दस गुना बढ गया हो।

आप इंटरनैट पर प्यार मोहब्बत वाले एसएमएस ढूंढने लगे हो।

बॉस की डॉट का भी बुरा नही लगता हो।

घर से कंही भी जाने के रास्ते महबूब की गली से होकर गुजरते हो।

जब जिंदगी बहुत खूबसूरत लगने लगे।

बार बार आईना देखने का मन करता हो….

टीवी पर आने वाले हर प्रोग्राम मे नायिका का चेहरे मे आप अपने प्रियतमा का ही चेहरा नज़र आता हो।

उर्दू समझ मे ना आने के बावजूद, गज़लें बहुत पसन्द आने लगी हो।

आप बार बार ये सोचने लगे, कि ये पहले क्यों नही मिली (अगर बाद मे खुदा ना खास्ता शादी हो गयी, तो भी वैसा ही सोचोगे, बस "नही " शब्द हट जाएगा।)

जब पाँच बजे का मिलने का वक्त तय हो, तो आप 1 बजे ही मिलन घटनास्थल पर पाए जाएं।

घर से आप पूरा होमवर्क (स्क्रिप्ट,स्टाइल, शेरो शायरी याद करना) करके चले हो, लेकिन उसके सामने बोलती बंद हो जाए।

जब आप उसके नाम के पहले अक्षर की अंगुठियों के डिजाइन देखना/पसंद करना शुरु कर दें।

बार बार कल्पना करने लगते हो, कि काश! इस दुनिया मे सिर्फ़ वो और आप हो….बाकी कोई नही।

माशूका के घरवाले आपके लिए कभी ईश्वर तो कभी, यमदूत की तरह दिखने लगते हो।

Maths  के Questions हल करते समय, अक्सर शून्य मे उसका चेहरा दिखने पर, अटक जाते हो।

जब उसके नाम और अपने नाम मे आप समानता ढूंढने लगते हो।

उसके धर्मस्थलों पर आपके विजिट बढ जाते हो।

जब आप चैट वाले साफ़्टवेयर मे नया आईडी( जो सिर्फ़ उसको पता हो) बनाकर लागिन करते हो। और घंटो उसका इंतजार करते हो।

दिन मे सैकड़ों बार उसके नाम को गूगल करते हो।

किसी और का फोन मिलाते मिलाते, उसका मोबाइल मिला दें।

आपके बिजनैस प्रेजेन्टेशन मे उसका नाम बेसाख्ता जुबान पर आ जाए।

उसने नाम या शक्ल मिलने वाली हिरोइनों की सारी फिल्मों की डीवीडी (भले ही आर्ट मूवी हो) आप खरीद लाएं।

उसकी पसंद के रंग के कपड़े आपको पसंद आने लगे।

अपनी पसंद को नज़रअंदाज करके, आप उसकी पसंदीदा ब्रांड/बैंड/फूल/किताब/फिल्म/नाटक/गीत/संगीत पर अपने पैसे फूंकने लगे हो।

अक्सर उसका जिक्र आने पर आपका चेहरा गुलाबी हो जाए।

जहाँ जहाँ उसका आना-जाना हो, उन जगहों पर आप अक्सर अपना डेरा जमाने लगे।

उसके अलावा बाकी लड़कियां (भले ही मल्लिका शेरावत टाइप की दिखें) आपको बेकार दिखने लगे।

ईश्वर मे आस्था बढ जाए। मंदिरो/मजारों पर आना जाना बढ जाए।

आप मन्नतों के धागे बांधने शुरु कर दें।

आप दोस्तों से झूठ बोलने लगे।

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If u feel that u have no enough words to express your feelings; (Sic)
Donot conclude that u r in Love.
Actually u need a Good English Speaking Course.
 
I also Teach ESC.  ------------------ Rajesh Verma.
                            
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I do promise that it will not be the full stop. I will write / cut-paste / borrow in future also. Pardon me. Amen!

वीर तुम बढ़े चलो

धीर तुम बढ़े चलो


साथ में ध्वजा रहे

बाल दल सजा रहे

ध्वज कभी झुके नहीं

दल कभी रुके नहीं


सामने पहाड़ हो

सिंह की दहाड़ हो

तुम निडर,हटो नहीं

तुम निडर,डटो वहीं


वीर तुम बढ़े चलो

धीर तुम बढ़े चलो


प्रात हो कि रात हो

संग हो न साथ हो

सूर्य से बढ़े चलो

चन्द्र से बढ़े चलो


वीर तुम बढ़े चलो

धीर तुम बढ़े चलो

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